चण्डी हवन एक पूजा प्रथा है जो मां दुर्गा की महाकाली रूप की पूजा और हवन के साथ आयोजित की जाती है। यह पूजा और हवन मां दुर्गा की महाकाली अवतार के महत्वपूर्ण प्रतीकों के आदर का रूप होता है और उनके शक्तिशाली और रक्षाकारी स्वरूप की महिमा को प्रमोट करता है।
चण्डी हवन के दौरान निम्नलिखित चरण होते हैं:
चण्डी हवन का उद्देश्य मां दुर्गा की महाकाली रूप की पूजा करना है और उनके शक्तिशाली और रक्षाकारी स्वरूप की महिमा को प्रमोट करना है। यह पूजा प्रथा मां दुर्गा की महाकाली अवतार के प्रतीकों के समर्पित है और उनके दयालु और उपकारक रूप को प्रमोट करने का प्रयास करती है।
नोट : पंडित जी की आकाशीय वृत्ती होती है इसको ध्यान में रखते हुए पूजा बुकिंग करते समय यह ध्यान दें पूजा बुक होने के पश्चात किसी भी प्रकार का कोई रिफंड नहीं किया जाएगा
यह सभी पूजा बुकिंग की निर्धारित दक्षिणा केवल वाराणसी मे मान्य है अन्यत्र शहर मे पूजा बुकिंग हेतु दक्षिणा बढ़ जाएगी |