शनि चंद्र विष योग एक अशुभ योग होता है जो ज्योतिष शास्त्र में विशेष महत्व रखता है। इस योग में ग्रह शनि और चंद्रमा एक साथ युति करते हैं और इसका मानव जीवन पर नकारात्मक प्रभाव होता है। यह योग किसी भी जातक के जीवन में विभिन्न प्रकार की समस्याओं को उत्पन्न कर सकता है, जैसे कि स्वास्थ्य समस्याएं, विपत्तियाँ, विपरीत परिस्थितियाँ, आदि।
शनि चंद्र विष योग पूजा की प्रक्रिया में निम्नलिखित तरीके का पालन किया जा सकता है:
नोट : पंडित जी की आकाशीय वृत्ती होती है इसको ध्यान में रखते हुए पूजा बुकिंग करते समय यह ध्यान दें पूजा बुक होने के पश्चात किसी भी प्रकार का कोई रिफंड नहीं किया जाएगा
यह सभी पूजा बुकिंग की निर्धारित दक्षिणा केवल वाराणसी मे मान्य है अन्यत्र शहर मे पूजा बुकिंग हेतु दक्षिणा बढ़ जाएगी |