सुंदरकांड पाठ भगवान श्री राम के जीवन के महत्वपूर्ण घटनाओं को बताते हुए तुलसीदास जी के द्वारा लिखा गया है। यह काण्ड श्री राम की भक्ति और विशेषतः हनुमान जी की महिमा को व्यक्त करता है। इसमें भगवान श्री राम का लंका यात्रा के परिणामस्वरूप रावण का वध, सीता माता की मुक्ति, और अन्य घटनाएँ वर्णित हैं।
सुंदरकांड का पाठ करने से भगवान श्री राम के दिव्य लीला और उनके भक्त हनुमान के प्रेम का अनुभव होता है। यह पाठ भक्तों को श्री राम की भक्ति, शक्ति और सद्गुणों की प्रेरणा प्रदान करता है।
सुंदरकांड का पाठ करते समय, आप निम्नलिखित तरीके से कर सकते हैं:
यदि आप चाहें, तो आप सुंदरकांड के पाठ की एक अध्यायवार या सम्पूर्ण पाठ की पूरी पुस्तक का पाठ भी कर सकते हैं। ध्यान दें कि यह पूजन और पाठ की प्रक्रिया आपकी धार्मिक आदतों और परंपराओं के अनुसार भिन्न हो सकती है, इसलिए स्थानीय परंपराओं का पालन करें।