"सुन्दर काण्ड" वाल्मीकि रामायण का एक महत्वपूर्ण खंड है जो भगवान श्रीराम के वनवास के दौरान के घटनाक्रमों को वर्णन करता है। यह रामायण का पांचवा खंड है और इसमें भगवान राम, सीता, और लक्ष्मण के जीवन के कई महत्वपूर्ण घटनाक्रम शामिल हैं।
सुन्दर काण्ड के अन्तर्गत कई प्रमुख कथाएं शामिल हैं, जिनमें सीता की हरण, जटायु की मृत्यु, हनुमान जी के लंका प्रस्थान, लंका में सीता के दर्शन, हनुमान जी का चुदामणि रत्न प्राप्त करना, लंका दहन आदि शामिल हैं। इस खंड में हनुमान जी की उनकी भक्ति, बल, और वीरता का वर्णन किया गया है, और वे भगवान राम के भक्त और सेवक के रूप में प्रस्तुत होते हैं।
सुन्दर काण्ड में भगवान राम के अत्यंत कठिन परिश्रम, संकट, और उनके दैवीय गुणों का प्रदर्शन होता है। इस खंड में वनवास के दौरान भगवान राम और उनके साथी लक्ष्मण की भूमिका भी महत्वपूर्ण है, जिन्होंने अपने प्रेम, समर्पण, और धैर्य के साथ दुखद और कठिन समयों में भी आदर्श कार्य किए।
"सुन्दर काण्ड" रामायण का एक महत्वपूर्ण और आदर्शपूर्ण खंड है जो धर्म, भक्ति, सेवा, और आदर्शों के प्रति प्रेरणा प्रदान करता है। यह मानवता के आदर्श और मूल्यों को सिखाने वाली कथाएं शामिल करता है जो जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करती हैं।