नवग्रह हवन एक पूजा प्रथा है जिसमें नौ ग्रहों की शांति और शुभता के लिए हवन किया जाता है। हिन्दू ज्योतिष में मान्यता है कि नौ ग्रह (सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहू और केतु) हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और इनके स्थिति और दशा हमारे भाग्य, स्वास्थ्य, संतान, विवाह, व्यापार आदि पर प्रभाव डालते हैं।
नवग्रह हवन के दौरान निम्नलिखित चरण होते हैं:
नवग्रह हवन का उद्देश्य नौ ग्रहों के दुष्प्रभावों को कम करना और उनके सामर्थ्य और शुभता को बढ़ावा देना होता है। यह पूजा प्रथा ज्योतिष में महत्वपूर्ण मानी जाती है और लोग नौ ग्रहों के शुभता और प्रभाव को प्राप्त करने के लिए नवग्रह हवन करते हैं।
नोट : पंडित जी की आकाशीय वृत्ती होती है इसको ध्यान में रखते हुए पूजा बुकिंग करते समय यह ध्यान दें पूजा बुक होने के पश्चात किसी भी प्रकार का कोई रिफंड नहीं किया जाएगा
यह सभी पूजा बुकिंग की निर्धारित दक्षिणा केवल वाराणसी मे मान्य है अन्यत्र शहर मे पूजा बुकिंग हेतु दक्षिणा बढ़ जाएगी |