"कुंभ विवाह" एक प्राचीन हिन्दू परंपरागत प्रक्रिया है, जिसमें एक व्यक्ति को दो से अधिक पत्नियों के साथ विवाह करने का अधिकार होता है। यह प्राथमिक रूप से गुजरात राज्य में प्रचलित है, लेकिन कुछ अन्य क्षेत्रों में भी इस प्रकार की प्रथा मिल सकती है। इस प्रकार के विवाह को कुंभ विवाह कहा जाता है।
मांगलिक दोष पूजा का मुख्य उद्देश्य ग्रह दोषों को निवारण करना होता है, जिसमें विशेष रूप से मंगल ग्रह के दोष को निष्पादित किया जाता है। मांगलिक दोष के दौरान विवाह और परिवार में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे कि स्वास्थ्य समस्याएं, आपसी विवाद, आदि।
मांगलिक दोष पूजा की प्रक्रिया में निम्नलिखित तरीके का पालन किया जा सकता है:
नोट : पंडित जी की आकाशीय वृत्ती होती है इसको ध्यान में रखते हुए पूजा बुकिंग करते समय यह ध्यान दें पूजा बुक होने के पश्चात किसी भी प्रकार का कोई रिफंड नहीं किया जाएगा
यह सभी पूजा बुकिंग की निर्धारित दक्षिणा केवल वाराणसी मे मान्य है अन्यत्र शहर मे पूजा बुकिंग हेतु दक्षिणा बढ़ जाएगी |