"अखण्ड श्री राम चरित मानस" की पूजा तुलसीदास जी के रचित इस महत्वपूर्ण ग्रंथ की भक्तिपूर्ण आदर्शों और रामभक्ति की भावना को प्रकट करने के लिए की जाती है। यह पूजा भगवान श्री राम के आदर्शों और तत्वों के प्रतीक के रूप में मानी जाती है और उनके दिव्य चरित्र की महिमा को गायन करती है।
अखण्ड श्री राम चरित मानस पूजा का प्रावधानिक तरीका यह हो सकता है:
यह एक आम प्रक्रिया है जो आप पूजा के दौरान अनुसरण कर सकते हैं। पूरे मानस रामायण की पूजा का आयोजन करने से पूजा के माध्यम से आप भगवान श्री राम की कथा और भक्ति का आनंद उठा सकते हैं।
नोट : पंडित जी की आकाशीय वृत्ती होती है इसको ध्यान में रखते हुए पूजा बुकिंग करते समय यह ध्यान दें पूजा बुक होने के पश्चात किसी भी प्रकार का कोई रिफंड नहीं किया जाएगा
यह सभी पूजा बुकिंग की निर्धारित दक्षिणा केवल वाराणसी मे मान्य है अन्यत्र शहर मे पूजा बुकिंग हेतु दक्षिणा बढ़ जाएगी |