सरस्वती यंत्र

सरस्वती यंत्र

शिक्षा, बुद्धि, रचनात्मकता के लिए सरस्वती यंत्र
सामग्री : तांबा
भूरा रंग
आकार : 3x3 इंच
उपयोग/आवेदन: घर/कार्यालय उपयोग

सरस्वती यंत्र एक शक्तिशाली यंत्र है जो ज्ञान, विद्या, कला और संगीत की देवी, मां सरस्वती की कृपा प्राप्त करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह यंत्र एक वर्गाकार आकार का होता है, जिसके चारों ओर चक्र होते हैं। यंत्र के केंद्र में एक बिंदु होता है, जो ब्रह्मांड की ऊर्जा का प्रतीक है। यंत्र के चारों ओर, मां सरस्वती के चार हाथों का प्रतिनिधित्व करने वाले चार त्रिकोण होते हैं।

सरस्वती यंत्र के लाभ निम्नलिखित हैं:

  • यह यंत्र ज्ञान, विद्या और बुद्धि प्रदान करता है।
  • यह यंत्र कला, संगीत और रचनात्मकता को बढ़ावा देता है।
  • यह यंत्र परीक्षा में सफलता प्राप्त करने में मदद करता है।
  • यह यंत्र सभी प्रकार के संकटों से बचाता है।
  • यह यंत्र मोक्ष प्राप्त करने में मदद करता है।

सरस्वती यंत्र को घर में पूर्व या उत्तर दिशा में रखना चाहिए। यंत्र को नियमित रूप से पूजा-अर्चना करनी चाहिए।

सरस्वती यंत्र की प्राण प्रतिष्ठा करवाने से इसका प्रभाव और अधिक बढ़ जाता है। प्राण प्रतिष्ठा के लिए किसी योग्य ज्योतिषी या पंडित से संपर्क करना चाहिए।

सरस्वती यंत्र को धारण करने से भी इसके लाभ प्राप्त होते हैं। यंत्र को गले में चांदी की चेन में पहना जा सकता है।

सरस्वती यंत्र एक शक्तिशाली यंत्र है जो सभी प्रकार के लाभ प्रदान करता है। इसे विधिवत तरीके से पूजा-अर्चना करके और धारण करके इसके लाभों को प्राप्त किया जा सकता है।

सरस्वती यंत्र की पूजा विधि

सरस्वती यंत्र की पूजा विधि निम्नलिखित है:

  1. सबसे पहले, यंत्र को साफ और धूप से सुखा लें।
  2. फिर, यंत्र को एक चौकी पर रखें और उस पर लाल कपड़ा बिछाएं।
  3. इसके बाद, यंत्र के चारों ओर दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
  4. फिर, मां सरस्वती के मंत्रों का जाप करें।
  5. अंत में, यंत्र को प्रणाम करें और उसे अपने घर में या अध्ययन कक्ष में रख दें।

सरस्वती यंत्र की प्राण प्रतिष्ठा

सरस्वती यंत्र की प्राण प्रतिष्ठा करवाने से इसका प्रभाव और अधिक बढ़ जाता है। प्राण प्रतिष्ठा के लिए किसी योग्य ज्योतिषी या पंडित से संपर्क करना चाहिए। प्राण प्रतिष्ठा में, यंत्र को विधिवत तरीके से मंत्रों का जाप करके और पूजा-अर्चना करके शक्ति प्रदान की जाती है।

सरस्वती यंत्र के मंत्र

सरस्वती यंत्र की पूजा के लिए निम्नलिखित मंत्रों का जाप किया जा सकता है:

  • ऊँ ऐं सरस्वत्यै नमः
  • ऊँ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं सरस्वत्यै नमः
  • ऊँ नमः भगवते वासुदेवाय

इन मंत्रों का जाप नियमित रूप से करने से यंत्र की शक्ति में वृद्धि होती है और इसके लाभों को प्राप्त करने में मदद मिलती है।



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