नवदुर्गा यंत्र

नवदुर्गा यंत्र

नवदुर्गा यंत्र शक्ति, विजय, सफलता के लिए
सामग्री : तांबा
भूरा रंग
आकार : 3x3 इंच
उपयोग/आवेदन: घर/कार्यालय उपयोग

नवदुर्गा यंत्र एक शक्तिशाली यंत्र है जो मां दुर्गा की नौ शक्तियों का प्रतिनिधित्व करता है। यह यंत्र मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने और जीवन में सभी प्रकार के लाभ प्राप्त करने के लिए उपयोग किया जाता है।

नवदुर्गा यंत्र एक वर्गाकार आकार का होता है, जिसकी चारों ओर चक्र होते हैं। यंत्र के केंद्र में एक बिंदु होता है, जो ब्रह्मांड की ऊर्जा का प्रतीक है। यंत्र के चारों ओर, मां दुर्गा की नौ शक्तियों का प्रतिनिधित्व करने वाले नौ त्रिकोण होते हैं।

नवदुर्गा यंत्र के लाभ निम्नलिखित हैं:

  • यह यंत्र मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने में मदद करता है।
  • यह यंत्र सभी प्रकार के संकटों से बचाता है।
  • यह यंत्र धन, समृद्धि और सफलता प्रदान करता है।
  • यह यंत्र रोगों को दूर करता है और स्वास्थ्य प्रदान करता है।
  • यह यंत्र मोक्ष प्राप्त करने में मदद करता है।

नवदुर्गा यंत्र को घर में पूर्व या उत्तर दिशा में रखना चाहिए। यंत्र को नियमित रूप से पूजा-अर्चना करनी चाहिए।

नवदुर्गा यंत्र की प्राण प्रतिष्ठा करवाने से इसका प्रभाव और अधिक बढ़ जाता है। प्राण प्रतिष्ठा के लिए किसी योग्य ज्योतिषी या पंडित से संपर्क करना चाहिए।

नवदुर्गा यंत्र को धारण करने से भी इसके लाभ प्राप्त होते हैं। यंत्र को गले में चांदी की चेन में पहना जा सकता है।

नवदुर्गा यंत्र एक शक्तिशाली यंत्र है जो सभी प्रकार के लाभ प्रदान करता है। इसे विधिवत तरीके से पूजा-अर्चना करके और धारण करके इसके लाभों को प्राप्त किया जा सकता है।

नवदुर्गा यंत्र के प्रकार

नवदुर्गा यंत्र कई प्रकार के होते हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:

  • भोजपत्र नवदुर्गा यंत्र: यह यंत्र भोजपत्र पर बनाया जाता है।
  • तांबे का नवदुर्गा यंत्र: यह यंत्र तांबे के धातु से बनाया जाता है।
  • चांदी का नवदुर्गा यंत्र: यह यंत्र चांदी के धातु से बनाया जाता है।
  • सोने का नवदुर्गा यंत्र: यह यंत्र सोने के धातु से बनाया जाता है।

नवदुर्गा यंत्र की पूजा विधि

नवदुर्गा यंत्र की पूजा विधि निम्नलिखित है:

  1. सबसे पहले, यंत्र को साफ और धूप से सुखा लें।
  2. फिर, यंत्र को एक चौकी पर रखें और उस पर लाल कपड़ा बिछाएं।
  3. इसके बाद, यंत्र के चारों ओर दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
  4. फिर, मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करें।
  5. अंत में, यंत्र को प्रणाम करें और उसे अपने घर में या दुकान में रख दें।

नवदुर्गा यंत्र की प्राण प्रतिष्ठा

नवदुर्गा यंत्र की प्राण प्रतिष्ठा करवाने से इसका प्रभाव और अधिक बढ़ जाता है। प्राण प्रतिष्ठा के लिए किसी योग्य ज्योतिषी या पंडित से संपर्क करना चाहिए। प्राण प्रतिष्ठा में, यंत्र को विधिवत तरीके से मंत्रों का जाप करके और पूजा-अर्चना करके शक्ति प्रदान की जाती है।



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