गुलर की जड़ को ज्योतिष में शुक्र ग्रह का प्रतिनिधि माना जाता है। शुक्र ग्रह को धन, वैभव, प्रेम, सौंदर्य और आकर्षण का कारक माना जाता है। इसलिए, गुलर की जड़ को धारण करने से व्यक्ति को इन सभी क्षेत्रों में लाभ मिलता है।
गूलर की जड़ को धारण करने के कुछ लाभ निम्नलिखित हैं:
- धन में वृद्धि: गुलर की जड़ को धारण करने से व्यक्ति को धन में वृद्धि होती है।
- वैभव में वृद्धि: गुलर की जड़ को धारण करने से व्यक्ति के वैभव में वृद्धि होती है।
- प्रेम में वृद्धि: गुलर की जड़ को धारण करने से व्यक्ति के प्रेम जीवन में वृद्धि होती है।
- सौंदर्य में वृद्धि: गुलर की जड़ को धारण करने से व्यक्ति के सौंदर्य में वृद्धि होती है।
- आकर्षण में वृद्धि: गुलर की जड़ को धारण करने से व्यक्ति के आकर्षण में वृद्धि होती है।
गूलर की जड़ को धारण करने के लिए निम्नलिखित विधि अपनाई जा सकती है:
- गूलर की जड़ को पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में खरीदें।
- शुक्ल पक्ष के शुक्रवार को सूर्योदय के बाद गूलर की जड़ को गंगाजल से शुद्ध करें।
- गूलर की जड़ को सफेद कपड़े में बांधकर गले या हाथ में धारण करें।
- गूलर की जड़ को धारण करने से पहले शुक्र देव के बीज मंत्र का 108 बार जाप करें।
गूलर की जड़ को धारण करने से पहले किसी ज्योतिषी से सलाह लेना उचित है।